विनम्रता - उपलब्धियाँ
किसी आदमी की उपलब्धियाँ कितनी भी बड़ी क्यों न हों, बदतमीज़ी और बददिमाग़ी का हक़ किसी को नहीं है । गर्व ज़रूर होना चाहिए, लेकिन घमंड नहीं होना चाहिए|
किसी भी इंसान को आगे ले जाने के लिए विनम्रता की ज़रुरत होती है, न कि चतुराई और चालाकी । विनम्रता पर खर्च ज़्यादा नहीं होता मगर हासिल बहुत कुछ होता है|
कुछ मुश्किल है पर सही यही है :- जो करना चाहिए उसकी लगातार कोशिश करो और डटे रहो, और जो न करने की चीज़ हो, उसका डट कर विरोध करो|
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